।। कर्ण के पर्यायवाची शब्द।।
तीन दोहों में उन्नीस पर्यायवाची शब्दअरुणात्मज राधातनय,
कन्याजात अर्कज।
राधेय पार्थ कौन्तेय,
सूतपुत्र ही सूतज।।1।।9
यहां निम्न पर्ययों को समझ लेते है---
1-अरुणात्मज और सूर्यपुत्र का अर्थ
जटायु यम शनि सुग्रीव कर्ण भी होता है।
2- कन्याजात का अर्थ
कुमारी कन्या से उत्पन्न।
वह पुत्र जो किसी कन्या को कुमारी अवस्था
में पैदा हुआ हो।
वेदव्यासजी भी कन्याजात के पर्याय हैं।
3-पार्थ और कौन्तेय
कुंती का एक नाम पृथा था । पृथा के पुत्र पार्थ अर्थात् कर्ण युधिष्ठिर भीम और अर्जुन चारों पार्थ के पर्याय हैं।
इसी प्रकार कौन्तेय अर्थात् कुंती के पुत्र तो फिर ये चारों
कर्ण युधिष्ठिर भीम और अर्जुन यकौन्तेय के भी पर्याय हैं।
थे रविनन्द रविनंदन,
सूर्यपुत्र वैकर्तन।
महादानी महावीर,
सूर्यभक्त चिरंतन।।2।।4
धीर पातंगी सावित्र,
कानीन अर्कतनय।
सुयोधन के अंगराज,
प्रख्यात सूततनय।।3।।6
1- कानीन का अर्थ
कुमारी कन्या से उत्पन्न।
वह पुत्र जो किसी कन्या को कुमारी
अवस्था में पैदा हुआ हो। इस प्रकार
वेदव्यासजी भी कानीन के पर्याय हैं।
धन्यवाद
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