शुक्रवार, 16 जुलाई 2021

।।देव पूजा के अद्भुत आठ पुष्प।।

       ।।देव पूजा केअद्भुत आठ पुष्प।।

अहिंसा प्रथमं पुष्पं द्वितीयं इन्द्रिय निग्रहः
         सर्व भूत दया पुष्पं क्षमा पुष्पं विशेषतः।
ज्ञानं पुष्पं तपः पुष्पं शान्ति पुष्पं तथैव च
        सत्यं अष्ट विधं पुष्पं विष्णो:प्रीतिकरं भवेत्।।
हिन्दी अनुवाद
प्रथम अहिंसा पुष्प, इन्द्रिय निग्रह प्रान है;
         चराचर पर दया तीजो,चौथा क्षमा दान है।
पंचम ज्ञान तप छठ, सातवाँ शांति ध्यान है;
          देव देव दया दान,जिनमे सत्य महान है।।
             ।।धन्यवाद।।


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