सुबह:-
अरुणोदय प्रातःकाल,उषा प्रभात फजर।
प्रातः सकार भिनसार,निशान्त तड़का सहर।।1।।
अलस्सुबह ब्रह्ममुहूर्त,सुबह सबेरा डॉन।
दिनमुख सकाल प्रात पौ,मॉर्निंग भोर विहान।।2।।
शाम:-
सूर्यास्त सायं संध्या, स साँझ संध्याकाल।
इविनिंग गोधूलि शाम,दिनान्त सायंकाल।।1।।
दिन:-
दिन दिवस दिवा तिथि काल,अह्न वार प्रमान।
याम वासर रोज सदा,समय डे हैं महान।।1।।
रात:-
रात्रि रैन रजनी निशा,यामिनी तमी रात।
निशिथ निशिथनी नाईट,तमिस्रा दोषा ध्वांत।।1।।
कादम्बरी विभावरी,क्षपा अमा तमा तम।
राका यामा शर्वरी,क्षणदा हरे हर गम।।2।।
निशि त्रियामा तमश्विनी,नहीं मचायें शोर।।
रिते सब रजनी विषाद, होवे मंगल भोर।।3।।
।। धन्यवाद ।।
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