( गणेश जी के 39 नाम 6 दोहों में पर्याय के रुप में )
बंदउ गणपति गजबदन,गौरीपुत्र विनायक।
गौरीसुत शंकरसुवन,गजकर्ण सुखदायक।।1।।
कृष्णपिंगाक्ष हेरम्ब,वक्रतुंड एकदन्त।
भवानीनन्दन गणेश,रिद्धिसिद्धिकेकन्त।।2।।
गणाध्यक्ष गयवदन सुमुख,विघ्नराजेंद्र विकट।
भालचंद धूम्रवर्ण ,धूम्रकेतु प्रगट।।3।।
मंगलदाता गांगेय,द्वैमातुर रक्तवर्ण।
बुद्धिविधाता तू कपिल,सिद्धेश्वर शूर्पकर्ण।।4।।
नित नमन सिन्दूरवदन, गजवक्त्र गजानन।
मोदकप्रिय लम्बोदर, तात प्रिय षडानन।।5।।
विद्यावारिधि बुद्धिदाता,आदिपूज्य विख्यात।
विघ्न हरौ सदा सबके,हे गजमुख सुख्यात।।6।।
।।धन्यवाद।।
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