सलिल सत्य सारंग पय,
अम्बु वारि जल नीर।
पानी आपु आब अम्भ,
उद उदक तोय क्षीर।।
कमल:-
अम्बुज नीरज राजीव,
शतदल जलज सरोज।
पद्म पंकज अब्ज कंज,
पुण्डरीक अम्भोज।।
समुद्र:-
सिंधु जलधि पारावार,
तोयधि सागर पयधि।
समुद्र अम्बुधि रत्नाकर,
नदीश नीरधि उदधि।।स्वरचित
बाँध्यो बननिधि नीरनिधि जलधि सिंधु बारीस।
सत्य तोयनिधि कंपति उदधि पयोधि नदीस॥ गोस्वामी तुलसीदास
सत्य तोयनिधि कंपति उदधि पयोधि नदीस॥ गोस्वामी तुलसीदास
बादल:-
पर्जन्य पयोधर जलद
जीमूत धाराधर।
अंबुद वारिद बलाहक,
अभ्र नीरद जलधर।।
पुष्प:-
पुष्प सदाबहार सदा ,
पुहुप फूल गुल सुमन।
प्रसून फ्लॉवर मंजरी,
कुसुम का है वन्दन।।
।।धन्यवाद।।
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