।।Paryayvachi sanp ke।।
(दो ही दोहों में 26 पर्यायवाची शब्द)
दीर्घपृष्ठ सरीसृप अहि, फणी फणीश फणिधर।
विलेशय सर्प साँप हरि,द्विजि सारंग विषधर।।1।।
विलेशय(विल में रहने वाला)
काकोदर नाग मणिधर, द्विरसन पन्नग भुजग।
स्नेक व्याल तक्षक भुजंग,गरलधर चक्री उरग।।2।।
द्विरसन(दो जीभ वाला)
स्नेक(snake)
।।। धन्यवाद।।।
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