मंगलवार, 7 मई 2024

✓।। बन्दर का पर्यायवाची।।

।। बन्दर का पर्यायवाची।।
एक ही दोहे ग्यारह पर्यायवाची शब्द
शाखामृग कपि कीश हरि, ऐप मंकी बन्दर।।
तरुमृग पग और बबून, जाति से हैं वानर।।
Ape Monkey  Baboon Pug

रविवार, 5 मई 2024

।।मतलब का पर्यायवाची।।

।।मतलब का पर्यायवाची।।
दो दोहों में चौदह पर्यायवाची शब्द
अभिप्राय आशय मतलब,तात्पर्य भाष्य स्वार्थ।
मंशा नीयत प्रयोजन,उद्देश्य और अर्थ।।1।।
व्याख्या का है यह विषय,इरादा सदा स्पष्ट।
मायने बता महाशय, हरते सबके कष्ट।।
धन्यवाद

।।धन का पर्यायवाची।।

।।धन का पर्यायवाची।।
दो दोहों में बीस पर्यायवाची शब्द
लक्ष्मी श्री रुपया रकम, माया राशि विभूति।
पूँजी पैसा माल धन,द्रव्य अर्थ सम्पत्ति।।1।।
जर जोरू जमीन जब, कंचन कीर्ति कामिनि।
मुद्रा दौलत वित्त तब,संपदा है भामिनि।।2।।
धन्यवाद

शनिवार, 4 मई 2024

।।अहंकारी का पर्यायवाची।।

।।अहंकारी का पर्यायवाची।।
दो दोहों में बारह 
 आत्माभिमानी अकडू,गर्वित ठस्सेबाज।
डींगें हांकने वाला ,घमंडी अकड़बाज।।1।।
अहंकारी व मगरूर,हॉटी ईगोटिस्ट।
गर्वीला भरा गरूर, अंग्रेज का कनसिट।।2।।
egotist haughty conceite  
धन्यवाद 

।।आभूषण के पर्यायवाची।।

।।आभूषण के पर्यायवाची।।
दो दोहों में चौदह पर्यायवाची शब्द
अ अलंकार अलंकरण,आभरण आभूषण।
सारंग जेवर भूषण,ज्वेल जेम विभूषण।।1।।
ऑर्नेमेंट औ मंडन,गहना से श्रृंगार।
सत्कर्म ज्वैलरी पहन,तू पा सबका प्यार।।2।।
Jewel Gem Ornament Jewellery 

।।अतिथि के पर्यायवाची।।

।।अतिथि के पर्यायवाची।।
दो दोहों में बारह पर्यायवाची शब्द
आगन्तुक अतिथि आगत,पाहुना अभ्यागत।
मुलाकाती मेहमान,परिदर्शक गृहागत।।1।।

गैस्ट विजिटर भी फेमस,पूजित देव समान।
प्रेमांबु पाता पाहुन,जानत सकल जहान।।2।।
Guest Visitor 

।।अपमान के पर्यायवाची शब्द।।

।।अपमान के पर्यायवाची शब्द।।
आइए हम आज अपमान का तीस पर्यायवाची इन तीन दोहों में देखते हैं -
जलील  रुसवा फटकार , बदनामी अपमान।
निन्दा अवज्ञा फ़ज़ीहत,असम्मान अवमान।।1।।
बेकदरी धर्षण  हतक,तिरस्कार अनादर।
ख़्वारी तौहीन ज़िल्लत,बेइज्जती निरादर।।2।।
उपेक्षा भद्द इंसल्ट (insult), भर्त्सना व दुत्कार।
गञ्जन परिभव अपयश च, बेआबरु धिक्कार।।3।।
।।धन्यवाद।।
एक बहुत ही प्रसिद्ध कहावत है कि -
"यदि आप स्वंय का आदर करवाना चाहते हैं तो आपको दूसरों का आदर करना चाहिए।"
इसी बात को अंग्रेज भी यो कह रहे हैं-
"If you want to have respect for yourself, you must respect others."
अपमान अमृत समझ नर,प्रतिष्ठा विष समान।
जीवन परमानंद भर, बन जा सदा महान।।