प्रस्तुत ब्लोग की सभी रचनायें इस ब्लोग के लेखक के पक्ष मे सर्वाधिकार सुरक्षित है !
सात रंगों के इन्द्र धनुष सा आभा हो सब जीवन में। सुख-सागर में हर पल हो दुख न हो भव-सागर में ।। आन्जनेय मानवता भरें सुख-शान्ति दे इस चराचर में। जीवन हो शुद्ध सरल सुरसरि सा पावन हो सब थल में।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें