रविवार, 30 जुलाई 2023

मानस में विशेष

आठ ल वर्ण से युक्त चौपाई
भाल बिसाल तिलक झलकाहीं। 
कच बिलोकि अलि अवलि लजाहीं॥



प,फ़,ब,भ,म से रहित चौपाई

तात जनकतनया यह सोई।
धनुषजग्य जेहि कारन होई॥


र और म से रहित चौपाइयाँ
1-भलेउ पोच सब बिधि उपजाए।
  गनि गुन दोष बेद बिलगाए॥भले-बुरे सभी ब्रह्मा के पैदा किए हुए हैं, पर गुण और दोषों को विचार कर वेदों ने उनको अलग-अलग कर दिया है

2-भले भवन अब बायन दीन्हा। 
  पावहुगे फल आपन कीन्हा॥
अबकी तुमने अच्छे घर बैना दिया है (मेरे जैसे जबरदस्त आदमी से छेड़खानी की है)। अतः अपने किए का फल अवश्य पाओगे।
3-तनय जजातिहि जौबनु दयऊ ।
 पितु अग्याँ अघ अजसु न भयऊ ॥
4-दीख निषादनाथ भल टोलू।
  कहेउ बजाउ जुझाऊ ढोलू॥
5-जात पवनसुत देवन्ह देखा।
 जानैं कहुँ बल बुद्धि बिसेषा॥
6-झूठइ लेना झूठइ देना।
 झूठइ भोजन झूठ चबेना।
7-काहू की जौं सुनहिं बड़ाई। 
स्वास लेहिं जनु जूड़ी आई।।