तीन दोहे
सागर सा धीर वीर जन ,रखे मर्यादा ध्यान !
आप आ जा सागर में , हरदम एक समान !!१!!
सब विकार बिहाइ पाय ,जल नदी से सागर !
विकार जन नसाय जाय ,ज्यो छेद से गागर !!२!!
चयन कर निज विचार से ,देकर अपना साथ !
बात पूरी सुचार से , नहीं टेक कर माथ !!३!!
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