शुक्रवार, 7 दिसंबर 2012

भुवनेश्वरी वन्दना



भुवनेश्वरी करु तव श्री चरण वन्दन मॉ कमलेश्वरी!
मयूर हंस कमल प्रस्तर आसन!
शोभित सदा वदन पर अमल वसन!!
तार वीणा जुगल कर झंकृत!
माला स्फटिक कर कमल अलंकृत!!
वेद धर एक हाथ करती सबको सनाथ!
देव त्रय वन्दन करते रहते जोड जुगल हाथ!!
हम दीन-दुःखी का सतत नमन!
नमन स्वीकार कर कर दुःख समन!!
श्री भर जन जन में मॉ धनेश्वरी!
करु तव श्री चरण वंदन मॉ भुवनेश्वरी!!
जगदीश्वरी परमेश्वरी सुरेश्वरी देवेश्वरी!
वागीश्वरी योगेश्वरी विश्वेश्वरी धर्मेश्वरी!!
सर्वेश्वरी ब्रह्मेश्वरी अखिलेश्वरी माहेश्वरी!
करु तव युग पद वंदन हे भुवनेश्वरी!!

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