मंगलवार, 17 फ़रवरी 2015

जीवन पथ

जीवन ज्योति जले मन आनन्द पले,
सत्य सहारे सारा संसार सार संचय सरे।
भूल भूलैया की दुनिया हम भूले भूले,
झूठ लता नित कपट तरुवर पर फूले फरे।।
शिव शिव जपत लगाये अशिव गले,
हे महाकाल महेश्वर मानव मति मत मरे।
जग कृत सत्कर्म सदा सुमन सु खिले,
अशिव सोच कर्म धर्म मन मर्माहत करे।।
सुन्दर सुखद सुवासित मलयानिल,
बादल बन निज नीर जीवन संचार करे।
धर्म सफलता प्रेम बृक्ष से उन्मीलित,
मानव मन भक्ति भाव आश विश्वास भरे।।
आना जाना रीत जहा दे सिख हमे,
बुरे सपने सा भूल बुरे को कदम आगे धरे।
सत्य शिव सुन्दर जीवन पथ हो,
हर कद मूल मन्त्र कष्ट सूल काटे सिगरे।।

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