bharat
ॐ नमो भगवते मंगलमूर्तये कृपानिधये गुरवे मर्कटाय श्रीरामदूताय सर्वविघ्नविनाशकाय
क्षमामन्दिराय शरणागतवत्सलाय श्रीसीतारामपदप्रेमपराभक्तिप्रदाय सर्वसंकटनिवारणाय श्रीहनुमते ।
भरतं श्यामलं शान्तं रामसेवापरायणम् ।
धनुर्बाणधरं वीरं कैकेयीतनयं भजे ॥
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