tag:blogger.com,1999:blog-1481164531021207994.post4249254019773527386..comments2023-04-13T02:05:13.888-07:00Comments on स्व रचना: सकल परम गति के अधिकारी gstshandilyahttp://www.blogger.com/profile/09897113103635318064noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1481164531021207994.post-12761632170743087622014-01-01T08:04:00.284-08:002014-01-01T08:04:00.284-08:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
--
गये साल को है प्रणाम!
ह...बहुत सुन्दर प्रस्तुति।<br />--<br />गये साल को है प्रणाम! <br />है नये साल का अभिनन्दन।।<br />लाया हूँ स्वागत करने को<br />थाली में कुछ अक्षत-चन्दन।। <br />है नये साल का अभिनन्दन।।...<br />--<br />नवल वर्ष 2014 की हार्दिक शुभकामनाएँ।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com